Thursday, April 29, 2010

गदारी धार्मिक नहीं होती

माधुरी गुप्ता की खबर कल आखबार में पढ़ी.
भावनाए आक्रोश की, अन्दर ही अन्दर इस तरह सड़ी
की सबकुछ कम लगने लगा.
हर आई ऍफ़ एस ऑफिसर गदार दिखने लगा.
फिर माँ की, पांचो अंगुली सामान नहीं, वाली बात याद आ गयी.
और पता नहीं किस का, लेकिन क्रोध मत करो वाली वाणी, मन को भा गयी.
फिर सोचा वो कौन सी मज़बूरी थी, जिससे वो गदार हो गयी.
ऐंसा क्या दिया पाकिस्तान ने,  जो उनकी कदर दार हो गयी
क्यों की गद्दारी का तमका तो, कुछ पार्टियों ने, कुछ बिशेष धर्म वालो को दिया था.
आज हिन्दू धर्म की गदार निकली तो इसलिए उन्होंने अपना मुख सिया था.
मुझे नहीं पता की इन खबरों में कितनी सचाई है.
पर पीठ तो बड़े बड़े महपुरशो ने दिखाई है.
बस हमें पता नहीं चलता है.
ईमान धर्म देख के कभी  नहीं बदलता है.

2 comments:

honesty project democracy said...

आपकी सोच अच्छी और देश हित में है / मैं आपके इस बात से सहमत हूँ की, देश की इस हालत के लिए हम लोगों में से कुछ लोग जिम्मेवार हैं / लेकिन उसे सुधारने का काम भी तो हम मे से ही कुछ लोगों को एकजुट और मिलकर करना होगा / आप या हम में से कोई आगे चलेगा,तो कोई उसके साथ तन,मन और पूरी लगन से ,तब जाकर हमें कुछ सफलता मिलेगा / आम जनता की आजादी को छीनकर, ये बेशर्म नेता लोग अपनी अय्यासी में लगे हुए हैं / इन सभी की छः महीने में एक बार नार्को,ब्रेन्मेपिंग और लाई डिटेक्टर टेस्ट करना इसलिए जरूरी बना दिया जाना चाहिए,जिससे इनके अन्दर जमीर जिन्दा है या ये पूरी तरह देश के गद्दार हैं ,इस बात का सही-सही पता लगाया जा सके / जब तक ऐसा नहीं होता ये देश गद्दारों के हाथ में ही रहेगा /
ब्लॉग हम सब के सार्थक सोच और ईमानदारी भरे प्रयास से ही एक सशक्त सामानांतर मिडिया के रूप में स्थापित हो सकता है और इस देश को भ्रष्ट और लूटेरों से बचा सकता है /आशा है आप अपनी ओर से इसके लिए हर संभव प्रयास जरूर करेंगे /हम आपको अपने इस पोस्ट http://honestyprojectrealdemocracy.blogspot.com/2010/04/blog-post_16.html पर देश हित में १०० शब्दों में अपने बहुमूल्य विचार और सुझाव रखने के लिए आमंत्रित करते हैं / उम्दा विचारों को हमने सम्मानित करने की व्यवस्था भी कर रखा है / पिछले हफ्ते अजित गुप्ता जी उम्दा विचारों के लिए सम्मानित की गयी हैं /

Harshvardhan said...

BAHUT KHOOB..... KYA AAP UTTARAKHAND SE HAI.......