Wednesday, May 19, 2010

पता नहीं ज्यादातर तूफ़ान औरतो के नाम से क्यों रखे जाते है.

रीटा, केटरीना,लिली और अब लैला.
चारो तरफ औरतो के नाम वाला तूफ़ान फैला.
पता नहीं ज्यादातर तूफ़ान औरतो के नाम से  क्यों रखे जाते है.
क्या पुरुष प्रधान समाज, तूफ़ान को, औरत का प्रायावाची बनाना चाहते है.
इस बारे में ज्यादा नहीं कहूँगा.नहीं तो लिंगभेद वाली टिपिनिया हो जायेंगी.
और पड़ लिया मेरी बीबी ने ये पोस्ट, तो मुझे भुन कर, खा जाएँगी.
लो दूसरो को सवाल पूछते-पूछते में  भी, स्त्री बिरोधी टिपिनी कर गया.
अपनी बीबी को इंसान नहीं ड्राकुला साबित कर गया.
यही तो समाज में भी हो रहा है.
खुद गलत काम करने वाला, सत्यवादी बन रहा है.
छोड़ो यार हटाओ अपने सिर से ये झूठ का थैला.
रीटा, केटरीना,लिली और अब लैला.
चारो तरफ औरतो के नाम वाला तूफ़ान फैला.

9 comments:

Anamikaghatak said...

bhai log jisse darte hai usika naam lata hai shayad isiliye...........
sundar rachana

Akanksha Yadav said...

मुद्दा तो वाजिब है..सोचना चाहिए.

________________________
'शब्द-शिखर' पर ब्लागिंग का 'जलजला'..जरा सोचिये !!

Amitraghat said...

"नाम से कुछ नहीं होता और सच पूछें तो ये तूफान लोगों में जीवन के प्रति बढ़ती नेगेटिविटी के कारण आ रहे हैं...."

anoop joshi said...

thanks 4 your views

Anonymous said...

baat to sach me vichaar yogya hai...
yun hi likhte rahein...
ummeed hai mere blog par bhi aapke darshan honge...
http://i555.blogspot.com/

पंकज मिश्रा said...

ACCHA HAI. GOOD. SOCH TO MAIN BHI RAHA THA PAR LIKH NAHIN PAYA.AAJ AAPKA BLOG DEKHA TO ACCHA LAGA. ACCHA SAWAL.

Sarita Chaturvedi said...

YE SAWAL PUCHHNE SE PAHLE YE JANANA JAROORI HAI KI AAKHIR NAMKARAN KARTA KAUN HAI?

RAJWANT RAJ said...

ourto me hjm krne ka madda jyda hota hai.namhi to rkha hai.koi bat nhi .sochiye jra khuda n khasta inki jgh khi amitabh ,slman , shahrukh ya fir rnbeer hota to ykin maniye aa ke vaps kbka lja chuka hota .isi liye khti hu ourat kp beprwah na hone do .
aapki post achchhi lgi what next?

Gyan Dutt Pandey said...

पता नहीं ज्यादातर तूफ़ान औरतो के नाम से क्यों रखे जाते है?
------------
यह भी कोई पूछने की बात है! :)